सूर्य देव तुम कहाँ हो

ओ बादलो गगन से घेरा हटाओ

शीतल पवन तुम दूर भाग जाओ

कोहरे से दृष्टि-भ्रम होने लगा है

सूर्य देव तुम कहाँ हो आ जाओ