सांझ-सवेरे

 रंगों से आकाश सजा है सांझ-सवेरे।

मन में इक आस बनी है सांझ-सवेरे।

सूरज जाता है,चंदा आता है, संग तारे]

भावों का ऐसा ही संगम है सांझ-सवेरे।