मां तो बस मां होती है

मां का कोई नाम नहीं होता,

मां का कोई दाम नहीं होता

मां तो बस मां होती है

उसका कोई अलग पता नहीं होता

मेरे संग पढ़ती,

 खेल खिलौने देती,

रातों की नींदों में

सपनों में,

 लोरी में,

परियों की कथा कहानी में,

कपड़े लत्ते में,

रोटी टिफिन में ,

सब जगह रहती है मां

कब सोती है

कब उठती,

 पता नहीं होता

जो चाहिए वो देती है मां।

मेरे अन्दर बाहर है मां,

मां तो बस मां होती है ।

कोई मुझसे पूछे ,

कहां कहां होती है मां।

क्या होती है मां।

मां तो बस मां होती है ।