बिन मौसम ही कलियां फूल बनीं हैं

मन के मौसम ने करवट सी-ली है

बासन्ती रंगों ने आहट सी-ली है

बिन मौसम ही कलियां फूल बनीं हैं

उनकी नज़रों ने एक चाहत सी-ली है