दादाजी से  गुड़िया बोली

दादाजी से  गुड़िया बोली,

स्कूल चलो न, स्कूल चलो न।

दादाजी को गुड़िया बोली

मेरे संग पढ़ो न, मेरे संग पढ़ो न।

मां हंस हंस होती लोट-पोट,

भैया देखे मुझको।

दादाजी बोले,

स्कूल चलूंगा, स्कूल चलूंगा।

मुझको एक ड्र्ैस सिलवा दे न।

सुन्दर सा बस्ता,

काॅपी-पैन ला दे न।

अपनी क्लास में

मेरा नाम लिखवा दे न।

तू मुझको ए बी सी सिखलाना,

मैं तुझको अ आ इ ई सिखलाउंगा।

मेरी काम करेगी तू,

मैं तुझको टाॅफ़ी दिलवाउंगा।

मेरी रोटी भी बंधवा लेना

नहीं तो मैं तेरी खा जाउंगा।

गुड़िया बोली,

न न न न, दादाजी,

मैं अपनी रोटी न दूंगी,

आप अभी बहुत छोटे हैं,

थोड़े बड़े हो जाओ न।

अभी तो तुम

मेरे घोड़े ही बन जाओ न।