तितली बोली

तितली उड़ती चुप-चुप, भंवरा करता भुन-भुन

भंवरे से बोली तितली, ज़रा मेरी बात तो सुन

तू काला, मैं सुंदर, रंग-बिरंगी, सबके मन भाती,

फूल-फूल मैं उड़ती फिरती, तू न सपने बुन।