ठेस लगती है कभी

ठेस लगती है कभी, टूटता है कुछ, बता पाते नहीं।

आंख में आंसू आते हैं, किससे कहें, बह पाते नहीं।

कभी किसी को दिखावा लगे, कोई कहे निर्बलता ।

बार-बार का यह टकराव कई बार सह पाते नहीं।