जिन्दगी के अफ़साने

लहरों पर डूबेंगे उतरेंगे, फिर घाट पर मिलेंगे

झंझावात है, भंवर है सब पार कर चलेंगे

मत सोच मन कि साथ दे रहा है कोई या नहीं

बस चलाचल,जिन्दगी के अफ़साने यूं ही बनेंगे