चांद को पाल पर बांध लिया

चांद को पाल पर बांध लिया है, ज़रा मेरी हिम्मत देखो

ध्वज फहराया है सागर बीच, ज़रा मैंने मेरी हिम्मत देखो

न आंधियां न तूफान न ज्वार भाटा न भंवर रोकती है मुझे

बांध कर सबको पाल में बहती हूं अनवरत,ज़रा मेरी हिम्मत देखो