कौन जाने सच

सुना है

बड़ी मछली 

छोटी मछली को

खा जाती है।

शायद, या नहीं,

या पता नहीं।

यह मुहावरा है,

अथवा वास्तविकता,

कौन जाने।

क्योंकि, जब भी बात उठती है

तो, हम

मनुष्यों के सन्दर्भ में ही उठती है।

मछलियों को तो

यूं ही बदनाम कर बैठे हैं हम।