ऐसा ही होता है हर युग में

अग्नि परीक्षा देने पर भी सीता तो बदनाम हुई थी

किया कुकर्म इन्द्र ने पर अहिल्या तो बलिदान हुई थी

पाषाण रूप पड़ी रही, सीता को बनवास मिला था

ऐसा ही होता है हर युग में नारी ही कुरबान हुई थी