एक साईकिल दिलवा दो न

ए जी,

मुझको भी

एक साईकिल दिलवा दो न।

कार-वार का क्या करना है,

यू. पी. से दिल्ली तक

ही तो फ़र्राटे भरना है।

बस उसमें 

आरक्षण का ए.सी. लगवा देना।

लुभावने वादों की

दो-चार सीटें बनवा देना।

कुछ लैपटाप लटका देना।

कुछ हवा-भवा भरवा देना।

एक-ठौं पत्रकार बिठा देना।

कुछ पूरी-भाजी बनवा देना।

हां,

एक कुर्सी ज़रूर रखवा देना,

उस पर रस्सी बंधवा देना।

और

लौटे में देर हो जाये

तो फुनवा घुमा लेना।

ए जी,

एक ठौ साईकिल दिलवा दो न।