अजगर करे न चाकरी

न मैं मांगू भिक्षा,

न जांचू पत्री,

न करता हूं प्रभु-भक्ति।

पिता कहते हैं

शिक्षा मंहगी,

मां कहती है रोटी।

दुनिया कहती

बड़े हो जाओ

तब जानोगे

इस जग की हस्ती।

सुनता हूं

खेल-कूद में

बड़ा नाम है

बड़ा धाम है।

टी.वी., फिल्मों में भी

बड़ा काम है।

पर

सब कहते हैं

पैसा-पैसा-पैसा-पैसा !!!!!

तब मैंने सोचा

सबसे सस्ता

यही काम है।

अजगर करे न चाकरी

पंछी करे न काम

दास मलूका कह गये

सबके दाता राम।

हरे राम !! हरे राम !!