अकेली हूं मैं

मेरे पास

बहुत सी अधूरी उम्मीदें हैं

और हर उम्मीद

एक पूरा आदमी मांगती है

अपने लिए।

और मेरे पास तो

बहुत सी

अधूरी उम्मीदें हैं

पर अकेली हूं मैं

अपने को

कहां कहां बांटूं ?