सच आज लिख ज़रा

जीवन का हर सच, आज लिख ज़रा

झूठ को समझकर, आज लिख ज़रा

न डर किसी से, आज कोई क्या कहे

राज़ खोल दे आज, हर बात लिख ज़रा