धन-दौलत जीवन का आधार

धन-दौलत पर दुनिया ठहरी, धन-दौलत से चलती है

जीवन का आधार है यह, सुच्ची रोटी इसी से बनती है

छल है, मोह-माया है, चाह नहीं, कहने की बातें हैं

नहीं हाथ की मैल है यह, श्रम से सबको फलती है।