राजनीति अब बदल गई

राजनीति अब बदल गई, मानों दंगल हो रहे

देश-प्रेम की बात कहां, सब अपने सपने बो रहे

इसको काटो, उसको बांटों, बस सत्ता हथियानी है

धमा- चौकड़ी मची है मानों हथेली सरसों बो रहे