अमर होकर क्या करेंगे

अमर होकर क्या करेंगे, बहुत जीकर क्या करेंगे

प्रेम, नेह, दुख-सुख, हार-जीत सब चलते रहेंगे

रोज़ नये किस्से, नई कथाएॅं, न जाने क्या-क्या

कुछ अच्छा नहीं लगता, पर किस-किससे लड़ेंगे।