मम्मी लेकर छतरी आई
मम्मी लेकर छतरी आई
मुझको वह तो बहुत है भाई।
रंग-बिरंगी, सुन्दर-सुन्दर।
चिड़िया उस पर बनी हुई थी
हंस-हंसकर सबको दिखलाई।
मोनू आया, सोनू आया
भागी-भागी मुन्नी आई।
बारिश आई, बारिश आई
सब छतरी के नीचे आये
कोई भागे, कोई दौड़े
थोड़ा-थोड़ा भीग रहे थे
पानी से हम खेल रहे थे
इतने में ही आंधी आई
छतरी हमारी ले उडाई
उसके पीछे-पीछे हम भागे
कभी इधर जाये
कभी उधर जाये
इतने में ही मम्मी आई
कान पकड़कर डांट लगाई।