धर्म-कर्म के नाम
धर्म-कर्म के नाम पर पाखण्ड आज होय
मंत्र-तंत्र के नाम पर घृणा के बीज बोयें
परम्परा के नाम पर रूढ़ियां पाल रहे हम
किसकी मानें, किसकी छोड़ें, इसी सोच में खोय
धर्म-कर्म के नाम पर पाखण्ड आज होय
मंत्र-तंत्र के नाम पर घृणा के बीज बोयें
परम्परा के नाम पर रूढ़ियां पाल रहे हम
किसकी मानें, किसकी छोड़ें, इसी सोच में खोय