बेटियाँ धरा पर

माता-पिता तो

देना चाहते हैं

आकाश

अपनी बेटियों को

किन्तु वे

स्वयं ही

नहीं जान पाते

कब

उन्होंने

अपनी बेटियों के

सपनों को

आकाश में ही

छोड़ दिया

और उन्हें

उतार लाये

धरा पर