चल आज गंगा स्नान कर लें

चल आज गंगा स्नान कर लें

पाप-पुण्य का लेखा कर लें

अगले-पिछले पाप धो लें

स्वर्ग-नरक से मुक्ति लें लें

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भीड़ पड़ी है भारी देख

कूड़ा-कचरा फैला देख

अपने मन में मैला देख

लगा हुआ ये मेला देख

वी आई का रेला देख

चुनावों का आगाज़ तू देख

धर्मों का अंदाज़ तू देख

धर्मों का उपहास तू देख

नित नये बाबाओं का मेला देख

हाथी, घोड़े, उंट सवारी

उन पर बैठे बाबा भारी

मोटी-मोटी मालाएं देख

जटाओं का ;s स्टाईल तू देख

लैपटाप-मोबाईल देख

इनका नया अंदाज़ यहां

नित नई आवाज़ यहां

पण्डों-पुजारियों के पाखण्ड तू देख

नये-पुराने रिवाज़ तू देख

बाजों-गाजों संग आगाज़ तू देख।

पैसे का यहां खेला देख

अपने मन का मैला देख

चल आज गंगा स्नान कर लें