खड़ी करनी है मज़बूत इमारत, प्यादों पर भरोसा कीजिए

जोकर, इक्का, बेगम, गुलाम, सबकी चाल चलनी आनी चाहिए

सारी चालें हैं वज़ीर के हाथ, इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए

मुहावरों पर मत जाना कि गिरते देखे हैं ताश के महल भरभरा कर

गर खड़ी करनी है मज़बूत इमारत, प्यादों पर भरोसा करना चाहिए